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मैगज़ीन डिटेल

बजट आर्थिकी/इंटरव्यू: “सरकार गैर-बराबरी माने तभी तो हल तलाशेगी”

एक बात भारत के बारे में वर्षों से कही जाती रही है कि यहां दो देश बसते हैं

आवरण कथा/बॉलीवुड: दक्षिण के बाहुबलियों का दबदबा

पुष्पा हो या बाहुबली, बॉलीवुड के सामने यह खतरा कि अब दक्षिण भारतीय सिनेमा के उत्तर भारत में विस्तार को रोकना मुश्किल ही नहीं, नामुमकिन; पुष्पा में अल्लु अर्जुन के किरदार की तरह, यह झुकेगा नहीं

आवरण कथा/बॉलीवुडः दिग्गज भी नहीं तोड़ पाए थे किला

दक्षिण के कई बड़े सितारे अतीत में बॉलीवुड में नाकाम रहे

आवरण कथा/बॉलीवुडः दक्षिणी फिल्मों की चमक में मुंबइया ब्रांड फीके

एक्शन के नाम पर राष्ट्रवाद की घुट्टी और मनोरंजन के नाम पर आइटम नंबर हमेशा नहीं चल सकता, बॉलीवुड यहां चूका तो दक्षिण की फिल्मों की कहानियों, फंतासी और जिंदगी के करीब लगने वाले किरदारों ने दर्शकों को विकल्प दिए

इंटरव्यू/मनीष शाहः “डबिंग इंडस्ट्री दस हजार करोड़ रुपये की होने जा रही”

फिल्म निर्माता तथा गोल्डमाइंस टेलीफिल्म्स के निदेशक मनीष शाह हिंदी में लोकप्रिय क्षेत्रीय फिल्मों को डब करने के लिए जाने जाते हैं

आवरण कथा/डबिंग इंडस्ट्रीः छलांग लेता कारोबार

दक्षिण भारतीय फिल्मों की हिंदी में डबिंग में भारी इजाफा

आवरण कथा/इंटरव्यू/एस.एस. राजामौलीः “कहानी और उसे कहने का ढंग ही मेरी यूएसपी”

राजामौली ने आउटलुक के साथ साझा किए आगामी प्रोजेक्ट पर विचार

जनादेश '22/उत्तराखंड: बागी न बिगाड़ दें खेल

भाजपा सरकार विरोधी रुझान से मुकाबिल तो कांग्रेस कलह से मजबूर

जनादेश '22/उत्तर प्रदेश: हर रोज बदलती इबारत

सपा से सीधी टक्कर दिखे और सांप्रदायिक कार्ड चलता न दिखे तो यह भाजपा के लिए खतरे की घंटी

जनादेश '22/पंजाबः कौन सरदार सबसे असरदार

पहली बार प्रदेश चुनाव में घोषित-अघोषित नौ सीएम चेहरे, लेकिन किसी की भी राह आसान नहीं दिखती

जनादेश '22/गोवाः दलबदल में उलझा चुनाव

कांग्रेस को 80 फीसदी नए चेहरे उतारने पड़े तो भाजपा को भी बगावत की चुनौती

जनादेश 2022/मणिपुरः बहुमत से सब दूर

सत्तारूढ़ गठबंधन की तीनों पार्टियां अलग चुनाव लड़ रहीं, कांग्रेस वामदलों के साथ

सप्तरंग

ग्लैमर जगत की हलचल

रेलवे भर्ती: आंदोलन की मजबूरी

परीक्षा में धांधली के खिलाफ सोशल मीडिया कैंपेन काम नहीं आया तो छात्र सड़क पर उतरे, चुनाव देख सरकार भी झुकी

बजट 2022: ‌कब और किसका अमृत काल

महंगाई, बेरोजगारी, कृषि, एमएसएमई क्षेत्र और कल्याणकारी योजनाओं की अनदेखी, कॉरपोरेट क्लास को तवज्जो

बजट '22/नजरिया: फायदा सिर्फ बिजनेस को

आम लोगों के लिए महंगाई ज्यादा रहेगी और आमदनी कम, अर्थव्यवस्थाह पटरी पर नहीं लौटेगी

इंटरव्यू/पुष्कर सिंह धामी: ‘साठ पार सीटें मिलेंगी’

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से बातचीत

विमर्श: राष्ट्रीय छवियां बदलने की कोशिश

मौजूदा सत्तारूढ़ प्रतिष्ठान का इतिहास को नए स्वरूप में पेश करने का जतन

प्रथम दृष्टिः अटल प्रश्न

आज विपक्ष को अटल बिहारी वाजपेयी या मनमोहन सिंह जैसे सेनापति की जरूरत है, जो सबको एकजुट कर सके

पत्र संपादक के नाम

भारत भर से आई पाठको की चिट्ठियां

शहरनामा /ग्वालियर

गोली, गजक और तेल वाला शहर

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