अगले लोकसभा चुनावों की तैयारी में विपक्ष ने अपनी गोटियां सहेजनी शुरू की हैं तो भाजपा ने भी उन नए क्षेत्रों पर फोकस किया है जो उसके लिए अलंघ्य रहे हैं लेकिन भविष्य में सियासत की तस्वीर मैदानी स्थिति पर निर्भर है, कागजी आंकड़े पर नहीं
फिल्मकार को प्रेरणा तो समाज से ही मिलती है। देश में पिछले कुछ वर्षों में बलात्कार की ऐसी कई वीभत्स घटनाएं हुईं, जिनके विषय में जानकर हृदय में पीड़ा उठी और यह ख्याल आया कि इस मुद्दे पर फिल्म बनानी चाहिए