16 दिसंबर 2012 की उस काली रात के बाद का वह मंजर याद कीजिए, जब उस बहादुर लड़की ने कई बलात्कारियों से लोहा लिया और अंतत: विदा हो गई।
अगले साल विधानसभा चुनाव के लिए सत्ताधारी भाजपा के कई बड़े नेताओं ने अपने परिजनों को टिकट दिलवाने की मुहिम तेज की
कुशल खिलाड़ी की तरह हेमन्त सोरेन ने केंद्र सरकार के पाले में डाल दी हैं दो गेंदे
निर्भया कांड के दस साल बाद और उसके गुनहगारों को फांसी के करीब तीन साल बाद रोज बढ़ती यौन हिंसा और उसकी बर्बर प्रकृति यह दिखाती है कि बलात्कार विरोधी आंदोलन से उपजे सारे महिला सुरक्षा कानून पूरी तरह हुए फेल
दूसरे देशों में फांसी की सजा एक निषेध के रूप में इस्तेमाल की जाती है। यहां फांसी की सजा से ज्यादा अहम उसके क्रियान्वयन की अवधि होती है
जब तक लोग अपने लड़के-लड़कियों को बौद्धिक, शारीरिक और मानसिक स्तर पर सशक्त नहीं करेंगे, तब तक घटनाएं नहीं रुकेंगी
दिल्ली पुलिस को अपनी जांच पर शर्म आनी चाहिए कि दस साल बाद छावला कांड के मुजरिम छोड़ दिए गए
समारोह के समापन पर जूरी अध्यक्ष की द कश्मीर फाइल्स पर बेबाक टिप्पणी से उठे सवाल
इंसानी और सामाजिक जीवन में कला की अहम भूमिका यह भी है कि वह इन दोनों के फर्क को समझे और समझाए
मनोरंजन जगत की हलचल
हर क्षेत्र में कुछ ऐसे गांव हैं जिनके नाम वहां के लोगों को शर्मिंदा करते हैं, इन नामों के बदलने की कवायद जारी
कतर में फुटबॉल विश्व कप 2022 के आयोजन की तैयारियों में मारे गए भारतीय मजदूरों के परिजनों को मुआवजे का लंबा इंतजार
नतीजे महत्वपूर्ण, लेकिन हर राज्य में वही हुआ जो उसकी स्वाभाविक धारा है, इसलिए 2024 को इसकी छाया में देखना शायद ठीक नहीं
गुजरात में इस बार का विधानसभा चुनाव भाजपा की पारंपरिक राजनीति का स्वाहा होना है
तीन नगर निगमों के एकीकरण के बाद हुए पहले चुनाव में कांग्रेस साफ
एक लोकसभा और छह विधानसभा उपचुनावों में मिश्रित नतीजे
पुस्तक तमाम विमर्शों और नए सवालों को सामने रखकर उस पर विचार करने को प्रेरित करती है
कोई भी मजबूत या कमजोर पार्टी मतदाता को हल्के में नहीं ले सकती। भारतीय लोकतंत्र की यही सबसे बड़ी खूबसूरती है
भारत भर से आई पाठको चिट्ठियां
गांधीजी ने जब ‘अंग्रेज भारत छोड़ो’ और भारतीयों के लिए ‘करो या मरो’ का नारा दिया तो इस छोटी-सी जगह से आजादी की लड़ाई में सैकड़ों लोग कूद पड़े