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आउटलुक 04 जून 2018 | May-21-2018

2019 के लिए उभरे नए सियासी सूत्र

कर्नाटक चुनावों ने देश की राजनीति को एक नए मोड़ पर ला दिया, एकतरफा जीत का रुझान बदला, गठजोड़ों की सियासत के द्वार खुले

हरिमोहन मिश्र

आउटलुक 21 मई 2018 | May-07-2018

वादों पर जवाबदेही की बेला

चार साल में किसानों और युवाओं की नाराजगी बढ़ी, 2019 के चुनाव में भाजपा को पेश आ सकती है मुश्किल, लेकिन ‌अभी भी विकल्पहीनता की स्थिति

संजय कुमार

आउटलुक 07 मई 2018 | Apr-23-2018

मिलावट रोकने का लाचार तंत्र

देश में मिलावटी खाना और पानी से बीमारियां बेइंतहा बढ़ने लगीं, खाद्य सुरक्षा की जिम्मेदार एफएसएसएआइ का तंत्र रोकथाम में नाकाम, सख्त कानून और पारदर्शी तंत्र की फौरी दरकार

विजय सरदाना

आउटलुक 23 अप्रैल 2018 | Apr-09-2018

डेटावार की राजनीति

सत्ता हासिल करने के लिए निजी सूचनाओं में सेंधमारी और जनमत बनाने-बिगाड़ने के खेल में सोशल मीडिया और आइटी कंपनियां बनीं राजनीतिक पार्टियों की औजार

अजीत सिंह

आउटलुक 09 अप्रैल 2018 | Mar-26-2018

महासंग्राम की मोर्चेबंदी

केंद्र और अधिकांश राज्यों में सरकार वाली भाजपा के सामने सत्ता विरोधी लहर से उबरने की चुनौती है तो विपक्षी दल नए सियासी गठजोड़ की नई संभावनाएं टटोल रहे हैं

जयशंकर गुप्त

आउटलुक 26 मार्च 2018 | Mar-12-2018

बड़े सियासी बदलाव के संकेत

पूर्वोत्तर के तीन राज्यों खासकर त्रिपुरा के नतीजों के व्यापक राजनैतिक असर अवश्यंभावी

हरिमोहन मिश्र

आउटलुक 12 मार्च 2018 | Feb-26-2018

‘विकास’ का मारा मध्यवर्ग बेचारा

‘विकास’ के ‘अच्छे दिन’ घोटालों के करोड़ों से खरबों में पहुंचने के दिनों में बदल रहे हैं, क्षमता के अनुकूल रोजगार के वादे पकौड़ापरक रोजगार में बदल रहे हैं, और मध्यवर्ग बेचारा बना ‘विकास’ की मार झेल रहा है

पुरुषोत्तम अग्रवाल

आउटलुक 26 फरवरी 2018 | Feb-12-2018

उम्मीदों और आकांक्षाओं का गुणा-भाग

कृषि, रोजगार और स्वास्थ्य के संकट को संबोधित करने की कोशिश बजट में दिखी मगर नौकरीपेशा और कॉरपोरेट जगत का इंतजार बरकरार

अजीत सिंह

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