मार्च 2017 में पंजाब की सत्ता में बड़ा बदलाव हुआ। लगातार 10 साल तक पंजाब की सत्ता पर काबिज अकाली-भाजपा गठबंधन को हराकर कैप्टन अमरिंदर सिंह की अगुआई में कांग्रेस की सरकार बनी। कैप्टन सरकार पहले साल में राज्य में सामाजिक–आर्थिक मोर्चे पर कितनी खरी उतरी यह जानने के लिए आउटलुक ने पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह से बातचीत की। पेश हैं आउटलुक के सीनियर असिस्टेंट एडिटर हरीश मानव से मुख्यमंत्री की बातचीत के अंश...
जब वर्ल्ड बैंक ने कहा कि जीएसटी दुनिया की सबसे जटिल कर प्रणालियों में से एक है तो सरकार ने इसे नजरअंदाज किया। यही वर्ल्ड बैंक तारीफ करता तो सरकार खूब प्रचार करती
केंद्र और अधिकांश राज्यों में सरकार वाली भाजपा के सामने सत्ता विरोधी लहर से उबरने की चुनौती है तो विपक्षी दल नए सियासी गठजोड़ की नई संभावनाएं टटोल रहे हैं
2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने के लिए खेती में निवेश मौजूदा स्तर से एक हजार फीसदी तक बढ़ाने की जरूरत, बजट में इसके लिए नहीं किए गए खास प्रावधान, जो उपाय बताए गए हैं वे पुराने और घिसे-पिटे
कांग्रेस सरकार के एक साल पूरा होने पर शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष और पंजाब के पूर्व उप मुख्यमंत्री सुखबीर बादल ने इसके साल भर के कार्यों पर अपनी प्रतिक्रिया दी। पेश हैं आउटलुक के सीनियर असिस्टेंट एडिटर हरीश मानव से उनकी बातचीत के अंश...
प्यारेलाल वडाली की आवाज में पंजाब के पानी का कुदरती रिसाव था, मुरकियों को लेने का उनका अंदाज निराला था कि श्रोता वाह-वाह कर उठते थे। उनकी आवाज में निश्छलता और व्यक्तित्व में मासूमियत थी