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आउटलुक 4 अप्रैल 2022 | Apr-04-2022

जनादेश 2022/आवरण कथाः विजय सूत्र और सूत्रधार

चार राज्यों, खासकर सियासी तौर पर सबसे अहम उत्तर प्रदेश में दोबारा जीत दर्ज करके भाजपा ने जता दिया कि उसके चुनावी जीत के सूत्रों की काट तलाशने में विपक्ष है नाकाम

हरिमोहन मिश्र

आउटलुक 21 मार्च 2022 | Mar-21-2022

जनादेश 2022/आवरण कथा: गद्दी के दावेदार

उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में नई सियासत की राह खुलने की संभावना प्रबल, इसी वजह से लखनऊ की कुर्सी हर दावेदार के लिए ही नहीं, देश के लिए भी है खास

हरिमोहन मिश्र

आउटलुक 7 मार्च 2022 | Mar-07-2022

जनादेश 2022/आवरण कथा: गोलबंदी की जाति

महंगाई, बेरोजगारी, किसानों के संकट, रोजी-रोटी के सवालों को छोड़कर सत्तारूढ़ और सभी विपक्षी पार्टियां जाति गोलबंदी और ध्रुवीकरण पर उतरीं, लेकिन लोगों का मूड हालात बदलने की दिशा में

हरिमोहन मिश्र

आउटलुक हिंदी 21 फरवरी 2022 | Feb-21-2022

आवरण कथा/बॉलीवुड: दक्षिण के बाहुबलियों का दबदबा

पुष्पा हो या बाहुबली, बॉलीवुड के सामने यह खतरा कि अब दक्षिण भारतीय सिनेमा के उत्तर भारत में विस्तार को रोकना मुश्किल ही नहीं, नामुमकिन; पुष्पा में अल्लु अर्जुन के किरदार की तरह, यह झुकेगा नहीं

गिरिधर झा

आउटलुक हिंदी 7 फरवरी 2022 | Feb-07-2022

जनादेश 2022/आवरण कथा: करो या मरो का ऐलान-ए-जंग

सत्तारूढ़ पार्टियों के लिए ही नहीं, विपक्षी दलों के लिए भी ये चुनाव अग्निपरीक्षा सरीखे, ये चुनाव देश की अगली सियासत का भी जनादेश सुनाएंगे और राजकाज के एजेंडे को भी बदल डालने का पुख्ता संदेश देंगे

हरिमोहन मिश्र

आउटलुक 24 जनवरी 2022 | Jan-22-2022

आवरण कथा/ नए साल के पदचिन्ह: मुबारक या मुश्किल भरा

इस साल अनेक संभावनाओं के दरवाजे खुल सकते हैं तो आशंका और निराशा के काले बादलों के साए भी घने और डरावने, किस मद में क्या है इसकी झोली में?

आलेखः हरिमोहन मिश्र, फिल्मः गिरधर झा; खेलः सौमित्र बोस; और अन्यः एस.के. सिंह

आउटलुक 10 जनवरी 2022 | Jan-10-2022

आवरण कथा/सौंदर्य स्पर्धाएं: खूबसूरती की दुनियादारी

लगातार बदलते मानदंडों से नई-नई पृष्ठभूमि से उभरती विजेताओं की जटिल दुनिया को बेरंग, बेमकसद और बेवजह करार देना नाइंसाफी होगी

लंदन से स्वाति बक्शी

आउटलुक 27 दिसंबर 2021 | Dec-27-2021

आवरण कथा/छोटे शहरों में प्रदूषण: दहकते, दमघोंटू बेजुबान शहर

धू-धू कर जलती झारखंड में झरिया की जमीन और देश में, खासकर गंगा के मैदान में बसे छोटे और दूरदराज के नगरों-शहरों में जानलेवा प्रदूषण स्तर सरकारी अनदेखी और लापरवाही की ऐसी मिसाल, जो लोगों के लिए जानलेवा बन गई

रांची से नवीन कुमार मिश्र

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