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7 अगस्त 2023 | Aug-07-2023

आवरण कथा/आपदा: तरक्की का भुलावा तबाही को बुलावा

जलवायु परिवर्तन, धारासार बारिश और भूस्खलन की तबाही का चश्मदीद इस साल ऐसी घटनाओं से एक हद तक अनजान हिमाचल प्रदेश बना और लगभग समूचा उत्तर भारत बाढ़ में डूबने-उतराने लगा, हिमालय यही चेतावनी दूसरे इलाकों में दे चुका है लेकिन विकास की धारा अनसुना करने की जिद पर अड़ी, क्या है हल?

अभिषेक श्रीवास्तव

24 जुलाई 2023 | Jul-24-2023

आवरण कथा/कैंसर विजयः कैंसर से बड़ा जीवन

कैंसर महारोग है पर जिंदगी से बड़ा नहीं, हमारे आसपास के तमाम जाने-अनजाने लोग हर रोज इसे साबित कर रहे हैं। समय भी बदल चुका है। रोग की शुरुआती पहचान और उपचार की तकनीक सुलभ होते जाने के साथ कैंसर का सामाजिक हौवा कम होता जा रहा है। मानवीय हौसले की चकमक कहानियां उम्मीद जगा रही हैं

अभिषेक श्रीवास्तव और नवीन कुमार मिश्र, रांची से

10 जुलाई 2023 | Jul-10-2023

आवरण कथा/डेटिंग ऐप: बेवफाई का बाजार

वर्जनाएं तोड़ने की ललक, नई-नई जिज्ञासाएं और दमित इच्छाओं की पूर्ति का सहज साधन उपलब्ध कराने के वादे के साथ डेटिंग ऐप का बाजार अब कस्बों और दूर-दराज के इलाकों तक फैला

आकांक्षा पारे काशिव

आउटलुक 26 जून | Jun-26-2023

आवरण कथा/रेल हादसे: दरकता कवच

रेल दुर्घटनाओं में दोष चाहे नीति-निर्माताओं का हो मगर अमूमन लोको पायलट, गैंगमैन या ट्रैकमैन के मत्थे जिम्मेदारी मढ़कर भूल जाया जाता है, जरूरी है कि गहन पड़ताल के साथ पूरे तंत्र की कमजोरियों और कमियों की समीक्षा हो

अरविंद कुमार सिंह

12 जून 2023 | Jun-12-2023

आवरण कथा/चुनावी सियासत: चौपड़ चौबीसी

कर्नाटक के परिणामों ने 2024 की पहेली को जटिल बना दिया, सारे दल अपनी बिसात बिछा रहे हैं, लेकिन भाजपा के खिलाफ नामुमकिन नहीं, तो आसान भी नहीं घेराबंदी, नई रणनीतियों का हुआ आगाज

हरिमोहन मिश्र

29 मई 2023 | May-29-2023

आवरण कथा/एंग्री यंग मैन: उसने फेंके पैसे नहीं उठाए...

पचास साल पहले गढ़े गए किरदार ने सिस्टम को स्थायित्व प्रदान करने वाली फिल्म इंडस्ट्री में भूचाल ला दिया और ऐसे किरदार गढ़ने के कारण लेखकों की तूती बोलने लगी

गिरिधर झा

15 मई 2023 | May-15-2023

आवरण कथा/बेसहारा बुढ़ापा: अनचाहे दुख

समाज में वृद्धों के बढ़ते उत्पीड़न की खबरें व्यापक समस्या की ओर इशारा करती हैं, जिसकी जड़ें मुक्त बाजार और निरंकुश सत्ता तक जाती हैं

अभिषेक श्रीवास्तव

1 मई 2023 | May-01-2023

आवरण कथा/शायराना युवा पीढ़ी: ये जो हल्का हल्का सुरूर है...

सोशल मीडिया पर शेर-ओ-शायरी युवाओं के सिर चढ़कर बोलने लगी, तो कई नामचीन शायरों और नए शायरों के प्रति दीवानगी में हुआ इजाफा, लेकिन गंभीर शायरी की चिंताएं भी बढ़ी और यह सवाल भी कि क्या फिजा बदल रही

मनीष पांडेय

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